बाबा आज आपकी बहुत याद आ रही है मन में आजीब दर्द है,, बाबा आज आपकी बहुत याद आ रही है मन में आजीब दर्द है,,
बाबा की नगरी पारस है, ये जिंदा सहर बनारस है। बाबा की नगरी पारस है, ये जिंदा सहर बनारस है।
सन्नाटों की बस्ती में हँसी की है गुंजाइश सन्नाटों की बस्ती में हँसी की है गुंजाइश
तुम्हारे पास पाने को दुनिया है खोने को कुछ नहीं तुम्हारे पास पाने को दुनिया है खोने को कुछ नहीं
अम्मा की मीठी लोरी में सपनों, में सुला दिया, भैया से प्यारी तकरार। अम्मा की मीठी लोरी में सपनों, में सुला दिया, भैया से प्यारी तकरार।
ख़ुशी थी बचपन की गलियों की खेल- कूद की, सहेलियों की गुड़ियों की शादी करते हम कहाँ समझ थी बहेल... ख़ुशी थी बचपन की गलियों की खेल- कूद की, सहेलियों की गुड़ियों की शादी करते हम...